Meri aawaj

Meri aawaj

Friday, December 13, 2013

ये दोस्त सबसे पहले तेरा नाम लिखूँगा


मैं आज अपने इस गीत के माध्यम से उन सभी दोस्तों का अभिनंदन करना चाहता हूँ जो मेरे लिये प्रेरणा और शक्ति के श्रोत हैं ।
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जो मेरी सफलता का पैगाम लिखूँगा
ये दोस्त सबसे पहले तेरा नाम लिखूँगा

जो भी बना हूँ मैं तेरा अहसान है
तूं मेरी जीत है मेरा अभिमान है
मैं हूँ सुदामा तुमको घनश्याम लिखूँगा
ये दोस्त सबसे पहले तेरा नाम लिखूँगा

जब कभी उदास था तूने हँसाया था
टूटके के फिर जुड़ना तूने सिखाया था
मेरी बुलंदी को तेरा परिणाम लिखूँगा
ये दोस्त सबसे पहले तेरा नाम लिखूँगा

जीवन की राह में जो अकेला मैं पड़ा
तूं साथ था मेरे मेरे पास है खड़ा
मैं हूँ विषाद तुमको श्री राम लिखूँगा
ये दोस्त सबसे पहले तेरा नाम लिखूँगा

जो मेरी सफलता का पैगाम लिखूँगा
ये दोस्त सबसे पहले तेरा नाम लिखूँगा

-अभिषेक
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Sunday, October 27, 2013

प्यास है घनघोर अब



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प्यास है घनघोर अब हिम को पिघलना चाहिए ।
हिंद है कुरुक्षेत्र अब अर्जुन को निकलना चाहिए ॥

हो गए है बिष भरे गद्दार बहुतों देश में ।
भीम को इन दुश्मनों के फ़न को कुचलना चाहिए ॥

हो रही है शर्मसार माँ भारती की अस्मिता ।
फिर किसी शेखर के बाजु को फडकना चाहिए ॥

हो रहा है छलकपट अब वतन के रणबांकुरों से ।
खौलके आँखों से तेरे खूं को छलकना चाहिए ॥

हो रही है जो कलंकित माँ तेरी तेजवस्विता
तूं शक्ति है अब फिर तुझे दुर्गा में बदलना चाहिए

सो रहा है एक युग से मंदिरों में बैठ कर ।
देव तुझ को फिर से मूरत से निकलना चाहिए ।।

प्यास है घनघोर अब हिम को पिघलना चाहिए ।
हिंद है कुरुक्षेत्र अब अर्जुन को निकलना चाहिए ॥

-अभिषेक
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Tuesday, May 14, 2013

मैं बिलकुल तेरे जैसा हूँ

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जीवन की कठिन राह पर मैं  
जब हँसते हँसते चल देता हूँ    
तब सब मुझसे कहते है माँ 
मैं बिलकुल तेरे जैसा हूँ 

लोगों की कडवी बातों को मैं
जब हँसते हँसते सुन लेता हूँ
तब सब मुझसे कहते है माँ 
मैं बिलकुल तेरे जैसा हूँ

अपने हर एक दुःख में मैं 
जब छुप छुप के रो लेता हूँ 
तब सब मुझसे कहते है माँ 
मैं बिलकुल तेरे जैसा हूँ 

अपनों को और गैरों को मैं 
जब एक सा आदर देता हूँ 
तब सब मुझसे कहते है माँ 
मैं बिलकुल तेरे जैसा हूँ 

निर्धन भूखे बच्चो को मैं 
जब अपनी रोटी देता हूँ 
तब सब मुझसे कहते है माँ 
मैं बिलकुल तेरे जैसा हूँ 

जीवन के हर एक दुःख को मैं 
जब हँसते हँसते सह लेता हूँ 
तब सब मुझसे कहते है माँ 
मैं बिलकुल तेरे जैसा हूँ
हाँ बिलकुल तेरे जैसा हूँ 
माँ बिलकुल तेरे जैसा हूँ 

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